जार्ज वाशिंगटन को किसी अपराध के कारण अदालत में हाजिर होना पड़ा। उनसे कहा गया- बाइबिल पर हाथ रखकर झूठ न बोलने की कसम खाइये। उन्होनें कहा- इसकी जरूरत नहीं हैं क्योंकि वाशिंगटन आज तक झूंठ नही बोला हैं। उन्होने अपराध स्वीकार कर लिया। उनसे पूछा गया- आप झूठ क्यों नही बोलते ? उन्होनें कहा- बचपन में एक बार मैने माँ के सामने झूठ बोल दिया था। माँ ने कहा था- बेटा, सावधान मर जाना पर आज के बाद कभी-भी झूठ मत बोलना क्योंकि मैं झूठे बच्चे की माँ कहलवाने की बजाय खुद को बाँझ कहलवाना कहीं ज्यादा पसंद करूंगी।
विचार शक्ति इस विश्व कि सबसे बड़ी शक्ति है | उसी ने मनुष्य के द्वारा इस उबड़-खाबड़ दुनिया को चित्रशाला जैसी सुसज्जित और प्रयोगशाला जैसी सुनियोजित बनाया है | उत्थान-पतन की अधिष्ठात्री भी तो वही है | वस्तुस्तिथि को समझते हुऐ इन दिनों करने योग्य एक ही काम है " जन मानस का परिष्कार " | -युगऋषि वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पं. श्रीराम शर्मा आचार्य
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