1. ‘‘अखण्ड ज्योति’’ द्वारा प्रकाशित अमूल्य पुस्तकें।
2. जीवन जाग्रति की जय बोल !
3. गायत्री द्वारा पापों की निवृत्ति।
4. ईश्वर प्राप्त के लिए त्याग की आवश्यकता।
5. समाज का आधार वेदान्त।
6. हमारी सर्वश्रेष्ठ शक्ति।
7. दार्शनिक की योग्यता।
8. आस्तिकता से आत्म कल्याण।
9. सुख और सन्तोष का उद्गम केन्द्र।
10. मनुष्य जीवन का उद्देश्य।
11. हमारी आन्तरिक दुर्बलता।
12. स्त्री शिक्षा में सुधार की आवश्यकता।
13. दहेज की घातक प्रथा।
14. मानव-जीवन की विशालता।
15. वशीकरण की मनोवैज्ञानिक कुंजी।
16. गायत्री प्रसार की एक व्यापक योजना।
17. समस्त उलझनों का एक हल।
18. मधु-संचय।
19. गायत्री महाविद्या के अमूल्य ग्रन्थ रत्न।
20. उनसे, उनकी याद मधुर हैं।
2. जीवन जाग्रति की जय बोल !
3. गायत्री द्वारा पापों की निवृत्ति।
4. ईश्वर प्राप्त के लिए त्याग की आवश्यकता।
5. समाज का आधार वेदान्त।
6. हमारी सर्वश्रेष्ठ शक्ति।
7. दार्शनिक की योग्यता।
8. आस्तिकता से आत्म कल्याण।
9. सुख और सन्तोष का उद्गम केन्द्र।
10. मनुष्य जीवन का उद्देश्य।
11. हमारी आन्तरिक दुर्बलता।
12. स्त्री शिक्षा में सुधार की आवश्यकता।
13. दहेज की घातक प्रथा।
14. मानव-जीवन की विशालता।
15. वशीकरण की मनोवैज्ञानिक कुंजी।
16. गायत्री प्रसार की एक व्यापक योजना।
17. समस्त उलझनों का एक हल।
18. मधु-संचय।
19. गायत्री महाविद्या के अमूल्य ग्रन्थ रत्न।
20. उनसे, उनकी याद मधुर हैं।