जागेगा इन्सान जमाना देखेगा ।
नवयुग का निर्माण जमाना देखेगा॥
देवता बनेंगे मेरे , धरती के प्यारे ।
हम सुधरें तो , जग को सुधारें॥
चमकेगा देश हमारा , मेरे साथी रे ।
आँखों में कल का नजारा, मेरे साथी रे॥
धरती पे भगवान् , जमाना देखेगा॥
मिलजुल के होंगे सारे, खुशियों के मेले ।
कोई न रो पायेगा, दुख में अकेले । ।
जागेगा देश हमारा, मेरे साथी रे ।
आँखों में कल का नजारा, मेरे साथी रे ।
कल का हिन्दुस्तान जमाना देखेगा ।
जागेगा...........................................॥
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