दुनियाँ आगे बढती जाए , रहे क्यों पिछे नारी रे ।
रहे क्यों पिछे नारी रे, रहे क्यों पिछे नारी रे ॥
नारियों को आगे आना ,
काम कुछ करके दिखलाना ।
मार्ग उन्नति का अपनाना,
न बाधाओं से घबराना॥
समझ लें मिल-जुलकर हम आज, हमारी जिम्मेदारी रे ।
दुनियाँ आगे बढती जाए........................................
करें आओ हम नव निर्माण,
व्यक्ति का करें चलो उत्थान ।
बनायें अपने को गुणगान,
करे जग नारी का गुणगान ।
मिले हर नारी को सम्मान , करें इसकी तैयारी रे,
दुनियाँ आगे बढती जाए........................................
अगर सारी बहिनें जागें,
हमारे सारे दुख भागें ।
नारियाँ आ जायें आगे,
आज का युग यह ही माँगे॥
करें आओ युग का निर्माण, इसी में शान हमारी रे ।
दुनिया आगे बढ़ती जाय, रहे क्यों पिछे नारी रे॥
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