अपनी बुद्धि को कम मत आँकिये:- अपनी खुद की बुद्धि को कभी कम मत आँकिये, अपनी सेवाओं को मूल्यवान कार्यो में लगाइये। अपने अच्छे बिन्दुओं पर ध्यान केन्द्रित कीजिये। अपने गुणों को खोजिये।
याद रखें, महत्व इस बात का नहीं हैं कि आप में कितनी बुद्धि हैं। महत्व इस बात का हैं कि आप अपने दिमाग का किस तरह इस्तेमाल करते हैं। इस बात पर सिर मत धुनिए कि आपका आई.क्यू कम हैं बल्कि अपनी मानसिकता को सकारात्मक कीजिये। अपने आप को बार-बार याद दिलाइए- मेरी बुद्धि से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं मेरा नजरिया। नौकरी पर और घर पर सकारात्मक नजरिए का अभ्यास करें। काम टालने के तरीके खोजने के बजाय काम करने के तरीके खोजे। अपने आप में मैं जीत रहा हूँ का रवैया विकसित करे। अपनी बुद्धि का रचनात्मक और सकारात्मक उपयोग कीजिये। अपनी बुद्धि का प्रयोग इस तरह कीजिए कि आप जीत सके। अपनी बुद्धि का दुरुपयोग अपनी असफलता के अच्छे बहाने खोजने में मत कीजिए। तथ्यों को रटने से ज्यादा महत्वपूर्ण एवं बहुमूल्य हैं सोचने की योग्यता। अपने दिमाग को रचनात्मक बनाइये और नए-नए विचार आने दीजिये। काम करने के नए और बेहतर तरीके खोजते रहिये। खुद से पूछिए, क्या में अपनी मानसिक क्षमता का उपयोग इतिहास रचने में कर रहा हूँ, या इतिहास रटने में ?
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