बुधवार, 23 दिसंबर 2009

भीख नहीं चाहिये



दया भाव दिखाते हुए एक सज्जन ने एक डालर का सिक्का बच्चे के हाथ में रखा और कहा-जाओ बेटे कुछ खाकर अपनी भूख मिटा लो।´´

सिक्का लौटाते हुए बच्चे ने स्वाभिमानपूर्वक कहा-``साहब ! मैं भीख मॉंगने नहीं आया, आपसे विनय करने आया हूँ कि मुझे किसी स्कूल में भरती करा दो, जहॉं में पढ़ सकूं।´´

उन सज्जन ने बच्चे से प्रभावित होकर उसे एक स्कूल में दाखिल करा दिया। दोनों पॉंवों का लंगड़ा यह लड़का ही एक दिन कुशल हवाबाज सैंडर्स के नाम से विख्यात हुआ।

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