गुरुवार, 2 जून 2011

अखण्ड ज्योति अक्टूबर 1970

1. शक्ति-स्त्रोत की सच्ची शोध

2. प्यास जो बुझ न सकी

3. प्रेम का परिष्कार-पेड़-पौधों से भी प्यार

4. पदार्थ से पृथक् आत्म-चेतना का अस्तित्व

5. वेद और विज्ञान-ब्रह्माण्ड-विकास का तुलनात्मक अनुसन्धान

6. इष्ट की उपासना का मर्म

7. हमारी प्रगति उत्कृष्टता की दिशा में हो

8. यह प्रकाश क्या सुक्ष्म शरीर था ?

9. हम भूत और भविष्य भी जान सकते हैं

10. कर्मफल-हाथों-हाथ

11. अद्भुत प्रकृति के अद्भुत रहस्य

12. क्रोधात् जयेत अक्रोधेन

13. दान का लक्ष्य यश नहीं आत्मसंतोष हो

14. अण्डा खाइये और लकवा बुलाइये

15. शारीरिक शक्ति से वृहत्तर-इच्छा शक्ति

16. हँसिये जी खोलकर-स्वस्थ रहिए जीवन भर

17. धुँआ एक मारता हैं और एक जिन्दगी देता हैं

18. अहंकार के सर्पदंश से सदा बचे रहिए

19. सत्यमेव जयते

20. जन्म से मृत्यु तक अविराम-काम ही काम

21. भौतिकता की बाढ़ मारकर छोड़ेगी

22. संगीत कला विहीनः साक्षात् पशु पुच्छ हीन

23. धर्म और विज्ञान में सामन्जस्य अनिवार्य

24. भारतीय संस्कृति का मर्म और स्वरूप

25. विधवा नास्ति अमंगलम्

26. अपनो से अपनी बात

27. ज्ञान यज्ञ करना हैं

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