एक लड़की ने पूछा-``पिताजी ! कौआ और कोयल दोनों काले हैं, पर लोग कौवे को मारते और कोयल को प्यार करते हैं, यह क्यों ? ´´बालिका पर एक करुण दृष्टि डालकर पिता ने उत्तर दिया- ``कोयल सबको प्यार करती हैं, इसलिए मीठा बोलती है। वाणी और भावनाओं की मधुरता के कारण ही वह सर्वप्रिय बन गई है और कौआ तो अपने स्वार्थ और धूर्तता के कारण ही उस आदर से वंचित है।´´
विचार शक्ति इस विश्व कि सबसे बड़ी शक्ति है | उसी ने मनुष्य के द्वारा इस उबड़-खाबड़ दुनिया को चित्रशाला जैसी सुसज्जित और प्रयोगशाला जैसी सुनियोजित बनाया है | उत्थान-पतन की अधिष्ठात्री भी तो वही है | वस्तुस्तिथि को समझते हुऐ इन दिनों करने योग्य एक ही काम है " जन मानस का परिष्कार " | -युगऋषि वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पं. श्रीराम शर्मा आचार्य
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