10. प्रतिज्ञा पालन
12. पीडि़तों की सेवा
14. जैसे के साथ तैसा
16. सेवा की मनोवृति
17. करूणाकर की करूणा
19. अनीति से हानि
20. कीर्तन की महिमा
21. अन्याय की कमाई
23. सुख कहाँ हैं
24. कल्याण का मार्ग
27. धर्म की जय
29. दुर्व्यवहार
31. करनी का फल
33. सुधार का तरीका
34. सादगी का बड़प्पन
35. जीवित मृत्यु
37. चोका-पंथ
38. ढोंगी दुनिया
39. ऋषियों के अनुभव
40. समालोचना
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