"सफलता को अपनी जरूरत बना लीजिए.जिस प्रकार पानी में डूबते हुए व्यक्ति के लिए सांस सबसे जरूरी होती है, ठीक उसी तरह सफलता को अपनी जरूरत बनाइये .
नामुमकिन कुछ भी नहीं होता समय से पहले और भाग्य से ज्यादा पाने की ख्वाहिश है तो मजबूत इरादों के साथ लक्ष्य की ओर कदम बढ़ाइये, सफलता आपसे दूर नहीं रह सकती.
काम को सही ढंग से करने की कला को आदत बना लीजिये.सफलता के लिए वक्त और समय का इतंजार करने वाले कभी सफलता का मुंह नहीं देख पाते.
सफल होने की इच्छा को इरादे में बदलो क्योंकि परिस्थितियां इच्छा को कमजोर और इरादों को और मजबूत बनाती हैं.
सफल व्यक्ति समस्या के समाधान का हिस्सा होते हैं, जबकि असफल व्यक्ति हर समाधान के लिए एक समस्या खड़ी कर देते हैं। नजरिये को बदलिये, नजारे अपने आप बदल जाएंगे।
" जो लोग जिम्मेदारी उठाते हैं, वही सफल होते हैं "
1 टिप्पणी:
rajendra ji gaurtalab par aane ke liye bahut-bahut dhanyawad. aapka blog bahut achha laga hume aise vicharo ko aadan -pradan jaroor karna chahiye jo sabke liye jaroori ho...
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