शुक्रवार, 6 मई 2011

अखण्ड ज्योति जुलाई 1955

1. दिव्य ज्ञान की बाती

2. हिन्दू धर्म में यज्ञों का स्थान तथा प्रयोजन

3. गीता में यज्ञ की महिमा

4. उपनिषदों में यज्ञ-रहस्य का वर्णन

5. रामायण में यज्ञ चर्चा

6. वेदों में यज्ञाग्नि की प्रार्थना

7. यज्ञ द्वारा देव शक्तियों की तुष्टि-पुष्टि

8. पुराणों में यज्ञ के महात्म्य के कुछ प्रसंग

9. यज्ञ द्वारा अनन्त सुख शान्ति

10. यज्ञ से सुसन्तति की प्राप्ति

11. शत्रु संहार में यज्ञ का उपयोग

12. यज्ञ द्वारा पापों का प्रायश्चित

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