सोमवार, 20 जून 2011

अखण्ड ज्योति सितम्बर 1986

1. अन्धकार को दीपक की चुनौति

2. उपयोगी मार्गदर्शन-आज की महती आवश्यकता

3. ‘‘अप्प दीपो भव’’

4. गांधी जी विश्व वंद्य कैसे बने

5. पिछड़ों की सेवा के लिए समर्पित ‘कागाबा’

6. उनने खोने से अधिक पाया

7. लोक सेवा में सच्ची भगवद् भक्ति

8. अभिनेता नहीं नेता बने

9. कोई यह अनुदान ग्रहण भी तो करें

10. समाज को सुधारा और उभारा जाय

11. सत्कार्यों के लिए साधन सहयोग

12. तन मन का समर्पण-सहयोग का अभिवर्धन

13. जन समुदाय का उच्च स्तरीय नेतृत्व

14. नारी-प्रगति पथ पर बढ़ चले

15. नेतृत्व की असाधारण शक्ति सामर्थ्य

16. वे जिनने विश्व विचारणा को बदला

17. श्रम साधनों का उपयोग सत्प्रयोजनो के लिए

18. महान सम्भावनाओं में अपनी भागीदारी

19. नेतृत्व इस तरह अर्जित करें

20. अपनो से अपनी बात

21. केन्द्र से आदान प्रदान का स्वर्णिम सुयोग

22. नेतृत्व हेतु वकृत्ता सीखने का सरल अभ्यास

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