सोमवार, 30 मई 2011

अखण्ड ज्योति अप्रेल 1969

1. सेवा करना इनसे सीखो

2. आत्म-बल हमारी सबसे बड़ी वैभव विभूति

3. आत्मा के रहस्य के खुलते पन्ने

4. पढ़ै सो पंडित होय-ढाई अक्षर प्रेम के

5. देवता-तथ्य और विज्ञान की कसौटी पर

6. उपासना के साथ कामनायें न जोड़े

7. वृक्ष वनस्पतियों में भी फैली हुई विश्वात्मा

8. मनुष्य से श्रेष्ठ और कुछ नहीं

9. अन्य लोको में बुद्धि विकास के प्रमाण

10. सद्विचार अपनाये बिना कल्याण नहीं

11. मृत्यु के साथ जीवन का अंत नहीं

12. दुःखी संसार में भी सुखी रहा जा सकता हैं

13. आत्मा की अनंत गहराई का प्राकट्य

14. क्षमा, बुद्धिमता और विचारशीलता

15. संगीत-मानव जीवन का प्रकाश और प्राण

16. हम स्वास्थ्य और शक्ति की उपेक्षा न करे

17. अन्तरिक्ष के सूक्ष्म शक्ति-प्रवाह

18. अपने आप बढ़ो, विकसो, बड़े बनो

19. अन्धविश्वासों की उलझन अहित ही करेगी

20. गायत्री उपासना से लौकिक और आत्मिक सफलतायें

21. अपनो से अपनी बात

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