अपने काम में आने वाली वस्तुओं को साफ-सुथरा रखना, उन्हें सुंदर बनाना और सजाकर रखना यह भी एक छोटा मनोरंजक कार्य है, जिससे चित्त में प्रसन्नता की लहरें उत्पन्न होती हैं। गंदी, टूटी हुई और बेतरतीब पड़े हुए कागजों वाली मेज पर काम करने की अपेक्षा एक साफ-सुथरी, सुंदर और सुसज्जित मेज पर मन अधिक लगेगा, चित्त प्रसन्न रहेगा और काम अधिक एवं उत्तमता के साथ हो सकेगा ।
बुद्धि बढ़ाने की वैज्ञानिक विधि - पृ. १५ "
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