रविवार, 1 मई 2011

अखण्ड ज्योति अगस्त 1950

1. सन्तों की अमृत वाणी।

2. दुख की मार !

3. निष्पाप बनने की प्रेरणा।

4. ‘अपनत्व’ का प्रसार।

5. सच्चे और ईमानदार रहिए।

6. धन का महत्व।

7. आत्म ज्ञान की उपासना का रहस्य।

8. प्राणायाम क्यों करे ?

9. मिथ्या प्रदर्शन, और झूठी नामवरी।

10. स्त्रियों को भी व्यायाम आवश्यक हैं।

11. मिट्टी की उपयोगिता।

12. बोलने का उत्तरदायित्व।

13. सन्तों की अमृतवाणी।

14. गायत्री महाविज्ञान।

15. श्री रामकृष्ण परमहंस के उपदेश।

16. विस्मृत-शहीद।

अखण्ड ज्योति जुलाई 1950

1. गायत्री महाविज्ञान के पाँच अनुपम ग्रन्थ रत्न।

2. अकेला चल रे !

3. देवत्व का अवलम्बन।

4. जीवन सफलता का रहस्य।

5. माता लक्ष्मी का अपमान न होने पावे।

6. भगवान का असीम दान।

7. आत्मिक पुरूषार्थ की आवश्यकता।

8. सेवा मय जीवन।

9. वार्तालाप में इन बातों का ध्यान रखिए।

10. उपवास का रहस्य।

11. हैजा से सावधान।

12. क्या आप फूँक-फूँक कर कदम रखते हैं ?

13. वनस्पति या स्वर्ण मृग ?

14. महात्मा गांधी की अमर वाणी।

15. गायत्री का वैज्ञानिक आधार।

16. सन्तों के अमृत वचन।

17. अखण्ड ज्योति द्वारा प्रकाशित अमूल्य पुस्तकें।

18. किसमें क्या सीखूं ?

अखण्ड ज्योति जून 1950

1. सेवा धर्म।

2. मेरी ममता को ज्ञान मिले।

3. केवल अच्छाई को ही ग्रहण कीजिए।

4. बहुमत की अपेक्षा धर्म श्रेष्ठ हैं।

5. ब्रह्मचर्य का पालन कीजिए।

6. अणुबम या योग साधना।

7. सफल नेतृत्व-एक साधना।

8. कहिए कम-करिए ज्यादा।

9. अपने लक्ष्य में तन्मय हो जाइये।

10. आत्म संयम से जीवन लक्ष्य की सफलता।

11. भोजन की सूक्ष्म शक्ति।

12. गायत्री अभियान की साधना।

13. लू लगने का उपचार।

14. दहेज की प्रथा का विरोध होना चाहिए।

15. स्वार्थ सिद्धि का सच्चा साधन !

16. आनन्द शक्ति का विकास कैसे हो ?

17. हे प्रेरणामयी !

अखण्ड ज्योति मई 1950

1. रामायण में ‘माया’ बन्धन की विवेचना।

2. नवयुग की बेला।

3. सविता बनो, सूर्य का अनुकरण करो।

4. मनुष्य की महानता का रहस्य।

5. विपत्ति में अधीर मत हूजिए।

6. सब कष्ट अपने कर्मफल ही नहीं हैं।

7. बुरे विचारों से दूर रहिए।

8. क्रोध हमारा आन्तरिक शत्रु हैं।

9. नारी को क्या पढ़ाया जाये ? क्यों पढ़ाया जाय ?

10. क्या लोग आपको पसंद करते हैं ?

11. अधिक दिन जीना हैं तो कुछ भूखे रहिए।

12. एक सुगम गायत्री साधना।

13. स्वामी दयानंद सरस्वती के उपदेश।

14. शास्त्र मंथन का नवनीत।

15. दुःखी दुनिया।

अखण्ड ज्योति अप्रेल 1950

1. गायत्री महाविज्ञान के पाँच अनुपम ग्रन्थ रत्न।

2. जीवन की सफलता।

3. मरने से डरना क्या ?

4. साधनकाल और सिद्धावस्था।

5. अपनी वासनाऐं काबू में रखिए।

6. आस्तिकता की कसौटी।

7. हे राम ! हे राम !! हे राम !!!

8. आध्यात्मिक साधना के त्रिदोष।

9. गायत्री के 24 अक्षर।

10. मनुष्य शरीर की अद्भुत बिजली और उसके चमत्कार।

11. गृहस्थ जीवन की सफलता।

12. आत्म सुधार की एक नवीन योजना।

13. हमारी योग्यता कैसे बढ़े ?

14. गौ माता की रक्षा होनी ही चाहिए।

15. दुर्बलता का कारण और निवारण।

16. श्री स्वामी दयानंद सरस्वती के उपदेश।

17. अखण्ड ज्योति द्वारा प्रकाशित अमूल्य पुस्तकें।

18. बुद्ध का त्याग।

अखण्ड ज्योति मार्च 1950

1. शास्त्र मंथन का नवनीत

2. आत्म अनुभूति

3. मृत्यु से डरने की कोई आवश्यकता नहीं

4. भक्ति योग का तत्वज्ञान

5. ईश्वर को अनुभव किया जा सकता हैं

6. सत्यनारायण ब्रत कथा का रहस्य।

7. क्या आप जीवन से अधिकतम लाभ उठा रहे हैं ?

8. सद्विचारों द्वारा जीवन लक्ष्य की प्राप्ति।

9. वेदब्भ जातक की कथा।

10. उपवास द्वारा स्वास्थ्य रक्षा और देश भक्ति ?

11. नकसीर फूटना।

12. तपस्वी राजा राम।

13. मैं कौन हूँ और मेरा क्या कर्तव्य हैं ?

14. दाम्पत्य जीवन की सफलता का मार्ग।

15. गायत्री द्वारा वाममार्गी तांत्रिक साधनाऐं।

16. अविचन बटोही।

अखण्ड ज्योति फरवरी 1950

1. गायत्री महाविज्ञान के पाँच अनुपम ग्रन्थ रत्न

2. बन्धन से मुक्ति

3. गायत्री में प्रणव और व्याहृतियों का हेतु

4. लक्ष्य में तन्मय हो जाइये

5. निर्भय और निर्लोभ ही स्वतन्त्र विचारक हो सकता हैं

6. इन तीन का ध्यान रखिए

7. विवाह-आत्मविकास रूपी सोपान की एक सीढ़ी हैं

8. सत्कर्मों से दुर्भाग्य भी बदल सकता हैं

9. सादगी सबसे बढि़या फैशन हैं

10. ईश्वर की महिमा अपार हैं

11. त्याग मय जीवन

12. चार मनः स्थितियां और समाधि

13. गायत्री का अर्थ चिन्तन

14. बच्चों का शोष (सूखा) रोग

15. अखण्ड ज्योति द्वारा प्रकाशित अमूल्य पुस्तकें

अखण्ड ज्योति जनवरी 1950

1. आप बिना पैसे के भी अमीर बन सकते हैं

2. प्रार्थना

3. खर्च की कमी कैसे पड़ जाती हैं ?

4. हमारी अतृप्ति और असंतोष का कारण

5. आमदनी खर्च करने की कला

6. क्या आप कर्जदार हैं ?

7. हमारे तीन बड़े खर्चे

8. रहन सहन का स्तर कैसे ऊँचा करे ?

9. नकद सौदा लीजिए

10. श्रंगार की वस्तुएँ

11. अधिक रूपया किस प्रकार कमाया जा सकता हैं ?

12. घरेलू मितव्यवता द्वारा गृहस्थी में स्वर्ग की सृष्टि

13. इन रद्दी चीजों की रक्षा कीजिए

14. परिवार की आर्थिक सुव्यवस्था

15. हमारी आर्थिक कठिनाइयाँ कैसे दूर हो ?

16. देखन में छोटी पर महान्

17. आर्थिक सफलता के मानसिक संकेत

18. रूपया बचा कर कहाँ रखे ?

19. जीवन रक्षक पदार्थ तथा उनका उपयोग

20. हमारे प्रमुख घरेलू उद्योग धन्धे

21. ‘टूटे को बनाना और रूठे को मनाना’ बुद्धिमानी हैं

22. मानव से.

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