रविवार, 16 अक्तूबर 2011

स्मरण रखने योग्य

स्मरण रखने योग्य यह हैं कि पदार्थ परक वैभव मात्र निर्वाह, विलास या प्रदर्शन के काम आता हैं। उसके सहारे महानता नहीं सधती। यदि साधनो के सहारे बडे काम हो सके होते तो अब तक महामानवो को मिल सकने वाली गरिमा भी श्रीमन्तों ने खरीद ली होती, किन्तु वैसा कभी हुआ नहीं है। धन कुबेरों की, चतुर बुद्धिमानो की, शस्त्र सज्जित योद्धाओं की अपने-अपने क्षेत्र में उपयोगिता हैं, पर जहा तक युग परिवर्तन जैसे महान् प्रयोजनो का सम्बन्ध हैं वहा मात्र संकल्प के धनी, लिप्साओं को कुचलने वाले कालजयी ही उस भार को वहन करने में समर्थ होते हैं जिसे युग देवता किन्ही जाँचे परखे लोगों को ही प्रदान करते रहे हैं।

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