शुक्रवार, 10 जून 2011

अखण्ड ज्योति सितम्बर 1979

1. आवरण बन्धनों का विस्फोट

2. ज्ञान शक्ति की गौरव गरिमा

3. आत्म-ज्ञान मानव जीवन की सर्वोपरि उपलब्धि

4. संयम बरतें-स्वस्थ रहें

5. अनन्त ईश्वर की समीपता से अनन्त सामर्थ्य की प्राप्ति

6. ईश्वरीय अनुग्रह सबके लिए सहज सुगम

7. गतिशील-जीवन प्रवाह

8. चलो ! मरण त्यौंहार मनाये

9. कल्पना और सत्य मात्र संयोग या तथ्य

10. कृतज्ञता का पाठ न भूलें

11. भूत व भविष्य दोनो को वर्तमान में देखा जा सकता हैं

12. पशु-पक्षी भी सम्वेदना शून्य नहीं

13. विनाश की विभीषिकायें और सृजन की सम्भावनायें

14. मृत्यु को सामने रखकर चलें

15. स्काई लेब तो मर गया पर प्रेत शान्ति अभी भी शेष हैं

16. स्वाध्याय करें भी, कराये भी

17. संगीत मात्र मनोरंजन के लिए ही नहीं

18. धनोपार्जन की कला भी धर्मनिष्ठ बने

19. सतत् शिक्षा का सिद्धान्त लागू किया जाय

20. यह विष थोड़ा कम करें

21. अपनो से अपनी बात-युग परिवर्तन, प्रज्ञावतार, गायत्री शक्ति पीठ की श्रंखला

22. समर्पित फूल-कविता

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