रविवार, 22 मई 2011

अखण्ड ज्योति अगस्त 1963

1. वेदान्त की सीख-स्वामी रामतीर्थ

2. सजग हुये प्राण

3. आस्तिकता की अभिवृद्धि से विश्व कल्याण की सम्भावना

4. गायत्री यज्ञ की उच्च स्तरीय साधना

5. श्रद्धा और विवेक की परम्परा

6. सत्प्रवृत्तियों का प्रबल आन्दोलन

7. प्रगति की दिशा में सही प्रयत्न

8. आध्यात्मिक क्रान्ति और उसकी पुण्य प्रक्रिया

9. जिओ और जीने दो की व्यावहारिक शिक्षा

10. शिक्षा प्रसार का महत्वपूर्ण आन्दोलन

11. सफलता का श्रेय (लघुकथा)

12. सेवा धर्म की सन्तुलित योजनायें

13. नारी का महान् गौरव पुनः प्रकटेगा

14. मधु-संचय

15. युग निर्माण की योजना और उसका विशेषण

16. आत्मोन्नति के व्यक्तिगत कार्यक्रम

17. जैसा गुण वैसा ही नाम

18. उत्साहपूर्ण वातावरण उठते कदम

19. महान् अतीत को वापस लाने का पुण्य प्रयास

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