शुक्रवार, 20 मई 2011

अखण्ड ज्योति दिसम्बर 1961

1. हृदय की विशुद्धता

2. चलते समय

3. हमारा आन्तरिक महाभारत

4. ईश्वरोपासना के सत्परिणाम

5. सुखद और सरल तो सत्य ही हैं

6. ‘बहुत’ नहीं ‘उत्कृष्ट’ चाहिए

7. सुखों की ही भाँति दुःख को भी सहन कीजिए

8. क्या आत्म कल्याण के लिए गृह त्याग आवश्यक हैं ?

9. धर्म पुराणों की सत् कथायें

10. मानवता के सच्चे उपासक-श्री जगद्बन्धु

11. क्रोध मत किया कीजिए

12. महान् प्रेरक-वालटेयर

13. अनमोल बोल

14. विचारणीय और मननीय

15. बेचारा-बेंजामिन फ्रेंकलिन

16. सौराष्ट्र की लोकोपकारिणी सन्त महिलायें

17. ज्ञान से ही बन्धन टूटते हैं

18. गांधी का स्वराज्य स्वप्न-न जाने कब पूरा होगा ?

19. 1952 का अष्टग्रही योग

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