मंगलवार, 17 मई 2011

अखण्ड ज्योति जनवरी 1959

1. हृदयोद्गार

2. सुख-प्राप्ति का मूल मन्त्र-गायत्री

3. गायत्री-उपासना द्वारा विश्व कल्याण

4. गायत्री के ‘ओउम्’ की महिमा

5. गायत्री-उपासना से जीवन रक्षा

6. गायत्री जप का वैज्ञानिक रूप

7. गायत्री-मन्त्र का मूल स्वरूप

8. गायत्री-मन्त्र का महान् सन्देश

9. वैदिक गायत्री और उसका रहस्य

10. गायत्री-मन्त्र का अद्भुत प्रभाव

11. गुरू और गुरू-मन्त्र का रहस्य

12. गायत्री के चैबीस अक्षर और मस्तिष्क की चैबीस शक्तिया

13. गायत्री-स्तुति

14. आत्मानुशासन द्वारा आत्म-विकास

15. जीवन का उद्देश्य

16. गायत्री के दैनिक जप का महत्व

17. गायत्री-साधना की सफलता

18. सद्विचार प्रसार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम

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