सोमवार, 3 जनवरी 2011

नई शक्ति

डूबते हुए सूरज से एक व्यक्ति प्रार्थना कर रहा था-‘‘भगवन् ! हमें शक्ति दो ताकि हम संसार की कुछ सेवा कर सकें।’’ पास से एक यात्री गुजर रहा था, हँसते हुए बोला-‘‘भाई ! सूर्य तो स्वयं ही डूब रहा हैं, आप उससे शक्ति माँगते हैं ?’’ भक्त ने उत्तर दिया-‘‘डूब नहीं रहा मित्र, नई शक्ति लेकर लौटने की तैयारी कर रहा है।’’

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