गुरुवार, 16 जुलाई 2009

महापुरुषों के विचार - ३

१- कुबेर भी यदि आय से अधिक व्यय करे तो निर्धन हो जाता है | – चाणक्य
-------------
२- गरीबी दैवी अभिशाप नहीं बल्कि मानवरचित षडयन्त्र है । — महात्मा गाँधी
-------------
३- सब से अधिक आनंद इस भावना में है कि हमने मानवता की प्रगति में कुछ योगदान दिया है। भले ही वह कितना कम, यहां तक कि बिल्कुल ही तुच्छ क्यों न हो?- डा. राधाकृष्णन
-------------
४- जैसी जनता , वैसा राजा । प्रजातन्त्र का यही तकाजा ॥ — श्रीराम शर्मा , आचार्य
-------------
५- अच्छी व्यवस्था ही सभी महान कार्यों की आधारशिला है । –एडमन्ड बुर्क
-------------
६- सभ्यता सुव्यस्था के जन्मती है , स्वतन्त्रता के साथ बडी होती है और अव्यवस्था के साथ मर जाती है ।
— विल डुरान्ट
-------------
७- अपने काम पर मै सदा समय से १५ मिनट पहले पहुँचा हूँ और मेरी इसी आदत ने मुझे कामयाब व्यक्ति बना दिया है । -– एनॉन
-------------
८- आशावादी को हर खतरे में अवसर दीखता है और निराशावादी को हर अवसर मे खतरा । — विन्स्टन चर्चिल
-------------
९- अवसर के रहने की जगह कठिनाइयों के बीच है । — अलबर्ट आइन्स्टाइन
-------------
१०- खुदी को कर बुलन्द इतना, कि हर तकदीर के पहले । खुदा बंदे से खुद पूछे , बता तेरी रजा क्या है ?
— अकबर इलाहाबादी
-------------
११- मनुष्य अपनी दुर्बलता से भली-भांति परिचित रहता है , पर उसे अपने बल से भी अवगत होना चाहिये ।
— जयशंकर प्रसाद

-------------
१२- यदि शांति पाना चाहते हो , तो लोकप्रियता से बचो। — अब्राहम लिंकन
-------------
१३- आत्मविश्वास बढाने की यह रीति है कि वह का करो जिसको करते हुए डरते हो । — डेल कार्नेगी
-------------
१४- मुस्कराओ , क्योकि हर किसी में आत्म्विश्वास की कमी होती है , और किसी दूसरी चीज की अपेक्षा मुस्कान उनको ज्यादा आश्वस्त करती है । –एन्ड्री मौरोइस

-------------
१५- सही प्रश्न पूछना मेधावी बनने का मार्ग है । — स्टीनमेज
-------------
१६- जो प्रश्न पूछता है वह पाँच मिनट के लिये मूर्ख बनता है लेकिन जो नही पूछता वह जीवन भर मूर्ख बना रहता है ।-– रुडयार्ड किपलिंग
-------------
१७- पठन किसी को सम्पूर्ण आदमी बनाता है , वार्तालाप उसे एक तैयार आदमी बनाता है , लेकिन लेखन उसे एक अति शुद्ध आदमी बनाता है । — बेकन
-------------
१८- मैं यह जानने के लिये लिखता हूँ कि मैं सोचता क्या हूँ । — ग्राफिटो
-------------
१९- हमें वह परिवर्तन खुद बनना चाहिये जिसे हम संसार मे देखना चाहते हैं । — महात्मा गाँधी
-------------
२०- दुःखी होने पर प्रायः लोग आंसू बहाने के अतिरिक्त कुछ नहीं करते लेकिन जब वे क्रोधित होते हैं तो परिवर्तन ला देते हैं। - माल्कम एक्स
-------------
२१-नेतृत्व का रहस्य है , आगे-आगे सोचने की कला । — मैरी पार्कर फोलेट
-------------
२२- हमारी शक्ति हमारे निर्णय करने की क्षमता में निहित है । — फुलर
-------------
२३- ज्ञान की अपेक्षा अज्ञान ज्यादा आत्मविश्वास पैदा करता है । — चार्ल्स डार्विन
-------------
२४- संसार मे समस्या यह है कि मूढ लोग अत्यन्त सन्देहरहित होते है और बुद्धिमान सन्देह से परिपूर्ण ।
— जार्ज बर्नार्ड शा

कोई टिप्पणी नहीं:

LinkWithin

Blog Widget by LinkWithin