शनिवार, 18 जुलाई 2009

गायत्री मंत्र


ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुवरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात ॥
उस प्राणस्वरूप,
दुःखनाशक, सुखस्वरूप,
श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक् देवस्वरूप
परमात्मा को हम अन्तःकरण में धारण
करें । वह परमात्मा हमारी बुद्धि को
सन्मार्ग में प्रेरित करे । 



कोई टिप्पणी नहीं:

LinkWithin

Blog Widget by LinkWithin